ini holi ki uni holi Lyrics Narendra Singh Negi

ini holi ki uni holi Lyrics Narendra Singh Negi 

इनी होली की ऊनि होली
मेरी सोंजड़या व बांद…
कनी होली धों कु जाणी
ऐसी होगी कि वैसी होगी
मेरी साथी वो सुंदर लड़की
कैसी होगी कुछ पता नहीं 

लाल होली बुरांस जनि…
कि होली.. फ्योली जनि पिंगली…
डाली जनि सुड़सुड़ी की..
लगुली सी कोंगली…
बुरांश के फूल की तरह लाल होगी
या होगी, फ्योंली के फूल की तरह पीली
पेड़ जैसी सुडसुडी होगी की
बेल जैसी मुलायम 

फूल जनि स्वाणी होली वा...मयालु प्राणी… 
कनी होली गौ कु जाणी...
इनी होली की ऊनि होली..
फूल जैसी सुन्दर होगी वो... स्नेहशील दिल की
कैसी होगी कुछ पता नहीं
ऐसी होगी कि वैसी होगी

नागपुर चमोली होली...त होली.. 
बलड़ी सी कोणी की वा...
नागपुर चमोली की होगी... तो होगी... 
कोणी (एक अनाज) की बेल जैसी होगी वो

टिरि जौन पुरया होली... त होली... 
गोंदगी सी नोणी की वा...
टिहरी जौनपुर की होगी... तो होगी...
माखन की गोली जैसे होगी वो

रवैए जौन स्वाली होली की... चांदकोट्या सलाण..
कनी होली गौ कू जाणी...
इनी होली की ऊनि होली..
रवाई जौनसार की होगी ... या चांदकोट सलाणी 
कैसी होगी कुछ पता नहीं
ऐसी होगी कि वैसी होगी

चौमसी हरयली होली...के होली जून सी उजाली चम...
चौमास की हरियाली होगी या होगी चांद जैसी उजाली 

पानी सी पतली धौली की... गंगा जनि छाली झम...
गंगा जनि छाली झम...
पानी जैसी पतली होगी या धौली गंगा जैसी सक्रिय 

रूप की खजानी होली वा... सुप्न्यो की राणी...
कनी होली गौ कू जाणी...
इनी होली की ऊनि होली..
रूप की भंडार होगी वो, सपनो की रानी
कैसी होगी कुछ पता नहीं
ऐसी होगी कि वैसी होगी

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