Dharti hamara garhwale ki - Song lyrics - Narendra sing negi

Dharti hamara garhwale ki - Song lyrics - Narendra sing negi


Song: Dharti Hamara Garhwala Ki
Album: Nayu Nayu Byo Cha
Singer: Narendra Singh Negi, Anuradha Nirala
Music Director: H.Soni Pum Pum
Lyricist: Traditional
Music Label: T-Series

Dharti hamara garhwale ki - Song Lyrics
Narendra Singh Negi


धरती  हमरा  गढ़वाले की
कथगा रोतेली स्वाणी  चा...

शब्दार्थ: कथगा = कितनी, रौतेली = मनमोहक, स्वाणी = सुन्दर, चा = है

पंच  बदरी, पंच  केदार,
पंच  प्रयाग  
यखि  छन
पंच  प्रयाग  
यखि  छन

पंच  पंडो ऐनी  
यखि
भाग  हमरा  धन  धन
भाग  हमरा  धन  धन

कुण्ड छिन यख ताल छिन
मठ  यख  महान  
छिन
मठ  यख  महान  
छिन

ताल   सहस्त्र   घाटी
फुलु  की  असमान  
छिन

हो...

गंगा  जमुना, यखि बिटि सबु की
भूख, तीस  बुझाणी चा, हो...

कथगा रोतेली स्वाणी  चा

शब्दार्थ: पंच = पाँच, यखी/यख = इधर, ऐनी = आये, छन/छिन = हैं, सबु = सभी 


डांडी  कांठयों का  देखा, 
लैन्जा  लग्यान... लैंजा  लग्यान 

देवतों  की  धरती  मा , मनखी  बस्यान 
मनखी  बस्यान 

देवदार, बुरांश, बाँझा, कुलेइ, पय्या डालि 
देब्तों  रोपी, मन्ख्युन  पाली 

हो....
भेद  द्यो-देवता मनखी को 
डोंरु-थाली  मिटाणी चा

कथगा रोतेली स्वाणी चा 

धरती  हमरा  गढ़वाल  की...
कथगा रोतेली स्वाणी  चा... हो

शब्दार्थ: डांडी कांठी = पर्वत पहाड़, लैन्जा = ?, मनखी = मनुष्य / आदमी, बस्यान = बसना, 
देवदार, बुरांश, बाँझा, कुलेइ, पय्या = पेड़ों के नाम
डाली = पेड़, देब्ता = भगवान, रोपी = रोपना, पाली = पालना, डोंरु-थाली = वाद्य यंत्र

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