Garhwali Song Lyrics
Dadu Meri Ulyaru Jikudi Lyrics : Narendra Singh Negi
दादू मेरी उल्यारू जिकुड़ी दादू मी पर्वतों को वासी
दादू मेरी सोंज्यड़या च काफु दादू मेरी गेल्या च हिलांसी
(दादू=भाई, उल्यारू=भावुक, जिकुड़ी=दिल, सोंज्यड़या, गेल्या =साथी, दोस्त, काफु, हिलांसी=पक्षियों के नाम)
छायो मी बाजी को पियारो छायो मी मांजी को लाडूलो
छो मेरा गोळा को हंसुलो दादू रे बोजी को बिटूलो
(बाजी=पापा, लाडुलो=लाडला, गोळा को= गले का, हंसुलो= आभूषण गले में पहने जाने वाला. बोजी=भाभी)
दादू मिन रौंसल्यूं का बीच बैठीकि बांसुली बजैनी
दादू मिन चैरीकी चुलाखूयूँ चलखदा हुंयुचुला देखिनी
(रौंसल्यूं का बीच = रौंस के पेड़ों के बीच, बाँसुली=बांसुरी, चैरिकी=चढ़कर, चुलाखूयूँ=पहाड़ो को, चलखदा=चमकते हुए, हुंयुचुला=बर्फ से ढके पहाड़)
देखि मिन म्वआरयूँ को रुणाट दादू रे कौथिग का थाळ
दादू बे पोतली देखिनी लेन्द मिन रेशमी रुमाल
(म्वआरयूँ=भंवरे, रुणाट=भंवरों की आवाज, कौथिग=मेला, लेन्द=लेते हुए)
दादू वो रूडी का कौथिग स्यून्द सी सैंणा मा की कूल
दादू वो सोंज्यड़यों की टोल व्हेग्यायी तिमला को फूल
(रूडी=ग्रीष्मकाल,स्यून्द=मांग, सैंणा=समतल, व्हेग्यायी= हो गई है, तिमला को फूल=दर्शन दुर्लभ होना)
दादू रे उडमिला बुरांसुन लुछीन भोरों की जिकुड़ी
दादू रे किन्गोडयों का बीच देखि मिन हेन्सदी फ्योंलड़ी
(उडमिला बुरांसुन = चटकीले बुरांश ने, लुछीन=छीन लि, किन्गोडयों=पेड़ का नाम, फ्योंलड़ी=फूल
झुमकी सी तुड-तुड़ी मंगरी मखमली हेरी सी अंगडी
हिल्वार्यों हलकदी धोपैली घुन्कदी सी लोंकदी कुयेडी
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